Monday, April 5, 2010

सात सुर

          जब सात सुरों का साथ नहीं,
         जीवन में कोई बात नहीं.
जीवन का अंश है सात सुर ,
नव जीवन की उमंग है यह सुर.
शब्द भिन्न है अर्थ  एक है,
सुख-दुःख पर टिप्पणी कहत है.
लघु- उच्च सब मिलकर गाते,
जीवन की परिभाषा बतलाते.
कवि उच्च भावों से रचते,
अपने हृदय की वेदना तजते.
व्यर्थ की रचना नहीं इसकी,

मोल-अनमोल है सात सुरों के.
     जब सात सुरों का साथ नहीं,
     जीवन में कोई बात नहीं.

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