Wednesday, April 17, 2013

'हम' रहो...

'हम' रहो...















तुम में मैं हूं,
मुझमें तुम हो,
तुम और मैं नहीं,
तुम और मैं 'हम',
तुम हो,
संग हो,
हर पल हो,
करीब हो,
चाहते हो,
मानते हो,
दुलारते हो,
दुत्कारते हो,
इसलिए हम है,
तुम रहो,
साथ चलो,
बांट लो,
हर क्षण मेरे,
भीतर बसो,
डांट लो,
चाहो तो,
मार लो,
फिर सीने से अपने,
लगा लो,
साथ रहो,
संग चलो,
हर पल,
एहसास में बसो,
माफ़ करो,
सजा दो,
संभाल लो,
बुला लो,
लेकिन,
अपने से कभी,
न दूर करो,
तुम मेरे हो,
मेरे रहो,
मैं तुम्हारी हूं,
सीने से लगा रखो,
सुबह हो,
शाम हो,
कल हो,
आज हो,
वक़्त हो,
बेवक्त हो,
तुम रहो,
संग चलो,
तुम नहीं मैं नहीं,
'हम' रहो ...
                              -सोनम प्र. गुप्ता