Sunday, July 10, 2016

25 दिन बनाम 5 दिन

- सोनम गुप्ता  

क्यों पीरियड्स है इतना अछूत-सा शब्द
माना नहीं है कोई सुन्दर चीज़
ना ही है कोई मजेदार घटना
लेकिन गन्दी बात भी नहीं है पीरियड्स,
ना हूं विज्ञान विशेषज्ञ और ना ही कोई धर्म जानकार
लेकिन कह सकती हूं पूरे विश्वास से पीरियड्स नहीं है
कोई छिपानेवाली बात,
जैसे खाना पचकर
पॉटी बनकर शरीर से निकलता है
जैसे पानी पसीना बनकर रिसता है
द्रव मूत्र बनकर निकलता है
वैसे ही
एक नष्ट हो चुके अंडे के शरीर से बाहर निकलने की प्रकिया है पीरियड्स
एक आम उत्सर्जन प्रक्रिया!
क्या पसीना आने के बाद
अचार छूना वर्जित है?
क्या पॉटी जाने के बाद हम मंदिर नहीं जाते?
क्या टॉयलेट से आने के बाद
हमारा बिस्तर अलग कर दिया जाता है?
तब क्यों पीरियड्स के वक्त
मैं रसोई में नहीं जा सकती?
क्यों अपने बिस्तर पर नहीं सो सकती?
क्यों अपना जन्मदिन नहीं मना सकती?
क्यों नहीं कर सकती वह सबकुछ
जो मैं महीने के बाकी 25 दिन करती हूं!

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Thursday, May 19, 2016

अम्मा और दीदी का राज

     चार राज्यों और एक केंद्र शाषित प्रदेश के विधानसभा चुनाव में दो राज्यों में महिलाओं के नेतृत्ववाली पार्टी ने जीत हासिल की है। राजनीति में ऊपरी पदों पर महिलाओं की संख्या और स्थिति दोनों ही सोचनीय है। ऐसे में तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के नतीजे राजनीति में महिलाओं की स्थिति सुधारने में मदद कर सकते हैं। ममता बैनर्जी ने जहां लोगों के बीच रहकर अपनी साख मजबूत की है। वहीं जयललिता के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है और उनकी योजनाएं उनकी पहचान। दो बड़े और प्रमुख राज्यों की कमान महिलाओं के हाथ में आ गई है। उल्लेखनीय है कि ममता और जयललिता राजनीतिक पपेट न होकर अपने बूते पर चुनाव जीतनेवाली राजनेता हैं।
     भारतीय राजनीति के इन दो बड़े चेहरों में एक समान बात है कि दोनों ने ही शादी नहीं की है। लेकिन जयललिता अपने महंगे और आलीशन रहन-सहन के लिए आए दिन सुर्ख़ियों में रहती हैं, वहीं ममता कॉटन की साड़ी पहननेवाली, सादगीपसंद नेताओं में से एक हैं। दोनों ही नेताओं को लिखने और पढ़ने का काफी शौक है।
32 सालों में पहली बार तमिलनाडु में कोई पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता में आई है।  जयललिता से उम्मीदें बढ़ गईं हैं। ममता भ्रष्टाचार के आरोपों से अपने दम पर बाहर आई हैं और खुद को दांव पर लगाकर अपनी पार्टी की झोली में ये शानदार जीत डाली है।
    फिलहाल भारत के तीन राज्यों गुजरात में आनंदीबेन पटेल, राजस्थान में वसुंधरा राजे, जम्मू और कश्मीर में मेहबूबा मुफ़्ती मुखयमंत्री के पद पर आसीन हैं। आज के चुनाव नतीजों के बाद जल्द ही इस सूची में दो और नाम जुड़ जाएंगे। उम्मीद यही है कि ये पंच भारतीय राजनीति में महिलाओं की स्थिति को सुधारने और उनकी छवि को सशक्त करने में सफल होंगी।  

जयललिता और ममता बैनर्जी