जीवन में कोई बात नहीं.
जीवन का अंश है सात सुर ,
नव जीवन की उमंग है यह सुर.
शब्द भिन्न है अर्थ एक है,
सुख-दुःख पर टिप्पणी कहत है.
लघु- उच्च सब मिलकर गाते,
जीवन की परिभाषा बतलाते.
कवि उच्च भावों से रचते,
अपने हृदय की वेदना तजते.
व्यर्थ की रचना नहीं इसकी,
मोल-अनमोल है सात सुरों के.
जब सात सुरों का साथ नहीं,जीवन में कोई बात नहीं.
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